Menu
blogid : 12388 postid : 23

हास्य-व्यंग्य : पूरी दुनिया हँस रही है

खट्ठा-मीठा
खट्ठा-मीठा
  • 83 Posts
  • 121 Comments

मैं उनसे मिलने गया, तो आश्चर्यचकित रह गया। जो अपनी जिन्दादिली (यानी मूर्खतापूर्ण बातों) से रोते हुए को भी हँसा देते थे, वे खुद रोनी सूरत बनाये बैठे थे। मैंने पूछा- ‘क्या बात है? आप सुस्त क्यों हैं?’

‘मैं इसलिए सुस्त हूँ कि पूरी दुनिया हँस रही है।’
‘इसमें सुस्त होने की क्या बात है? यह तो अच्छी बात है। किसी ने कोई धाँसू चुटकुला सुनाया होगा।’
‘नहीं, चुटकुला नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि सारी दुनिया हमारे ऊपर हँस रही है।’
‘प्रधानमंत्री ने ऐसा क्या किया है? दुनिया क्यों हँस रही है?’
‘प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं किया।’
‘तो दुनिया इसलिए हँस रही होगी कि देश में तमाम घोटाले हो गये और प्रधानमंत्री जी चुप्पी साधे रहे।’
‘यह बात नहीं है।’
‘तो दुनिया इसलिए हँस रही होगी कि पाकिस्तान हमारे सैनिकों के सिर काटकर ले गया और हम बयानबाजी करते रहे।’
‘यह बात भी नहीं है।’
‘तो दुनिया इसलिए हँस रही होगी कि इटली के नौसैनिकों ने हमारे लोगों की हत्या कर दी और हम उनको सजा भी नहीं दे सकते।’
‘यह बात भी नहीं है।’
‘तो दुनिया इसलिए हँस रही होगी कि चीन हमारी सीमा में 19 किलोमीटर तक भीतर घुस आया और हम मिमियाते रहे।’
‘यह बात भी नहीं है।’
‘तो दुनिया इसलिए हँस रही होगी कि हवाई अड्डों पर हमारे मंत्रियों के कपड़े तक उतारकर तलाशी ली जाती रही और हम हें-हें करते रहे।’
‘यह बात भी नहीं है।’
‘फिर क्या बात है? बताते क्यों नहीं कि दुनिया हमारे ऊपर क्यों हँस रही है?’
‘दुनिया इसलिए हँस रही है कि विपक्ष सरकार के घोटालों को उजागर करने पर उतारू है और संसद नहीं चलने दे रहा।’
‘तो तुम चाहते हो कि विपक्ष चुपचाप बैठे और सरकार को घोटाले करने दे।’
‘हाँ, तभी दुनिया हमारी तारीफ करेगी।’

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply